कटनी। घंटाघर हर शहर का प्रतीक स्थल होता है, नजो नगर की शान व धरोहर की तरह माना जाता है, कमानिया गेट ध्वस्त हो जाने के बाद से कटनी के ऐतिहासिक धरोहरों में से अब केवल कुछ ही प्रतीक स्थल नगर में शेष बचे हुए है जिनमे से गाँधी द्वार, झंड़ाबाज़ार का प्रतीक स्मारक, व घंटाघर प्रमुख हैं, पर कटनी में किसी भी धरोहरों का देखरेख व ध्यान नही दिया जा रहा है।
नगर के प्रमुख चौराहे पर स्थित घंटाघर, नगर का हृदय स्थल है, व इस घंटाघर की घड़ी अंग्रेजों के ज़माने की घड़ी थी, पर पिछले करीब 15 वर्षों से , ये ब्रिटिश काल की घड़ी खराब पड़ी है, जिस पर कटनी के शासन, प्रशासन, नगर निगम, या किसी नेता ने कभी कोई ध्यान नही दिया, कटनी डेवलपमेंट एसोसिएशन द्वारा एक दशक पूर्व भी इस संबंध में ध्यानाकर्षण किया था, तब नगर निगम द्वारा ब्रिटिश घड़ी को नही सुधारा गया, उल्टा , 4 घरेलू घड़ियों को टाँग कर, कटनी की जनता के साथ देहाती रैवैया अपनाते हुए, भद्दा मजाक किया गया, आज भी वे घरेलू टाइप की घड़ियां घंटाघर में टंगी हुई है, हालांकि वे चारों घड़ियां खराब टंगी हुई है।
जब भी कोई व्यक्ति किसी बाहरी जिले से कटनी आता है और घंटाघर की चारो घड़ियों में अलग अलग समय बताती हुई, खराब फालतू घरेलू घड़ियों को देखता है तो कटनी के प्रति हास्य भाव से देखता है…! ये विषय केवल किसी बाहरी जिले के व्यक्ति तक सीमित नही है, कटनी के प्रशासनिक अमले व नेताओं की गंभीर लापरवाही को दर्शाता है, जो कटनी नगर व यहाँ रहने वाले नागरिकों के लिये शर्म की बात है।
कटनी डेवलोपमेन्ट एसोसिएशन टीम द्वारा महापौर महोदया से मुलाकात कर लिखित ज्ञापन सौंपा गया जिसमें लिखा गया ;- नगर निगम कटनी द्वारा 15 वर्षों से इस घड़ी का ध्यान नही दिया गया, जो गम्भीर लापरवाही का मामला है, इससे कटनी जिले व नगर की मानहानि हुई है और लगातार हो रही है, इस कार्य को करने में, अब इस पत्र के बाद भी लापरवाही बरतते है तो हम जनता स्वयं चंदा करके, 4 बड़ी नई इलेक्ट्रॉनिक घड़ियां घंटाघर में स्वयं लगाने को तैयार है, नगर निगम कटनी हमें घंटाघर में घड़ियां लगाने हेतु, अनुमति पत्र व स्टाफ उपलब्ध करवा दे।
महापौर महोदया जी को ज्ञापन देने हेतु कटनी डेवलपमेंट एसोसिएशन की ओर से, साहिल खान, कुशल मिश्रा, रेज़ी टोप्पो, शंकर साधवानी, कृष्णा सागर, नफासत खान नफी, संजू दृवेदी, संदीप दृवेदी, राकेश पखरानी , मोहित सोंधिया, रोहित पाण्डेय, जग्गी आहूजा, अध्यक्ष सुयश पुरवार उपस्थित रहे।
- स्व. श्री विनोद कुमार बहरे