134 किलोमीटर डालनी है सीवर लाइन, आठ माह में सिर्फ 14 किमी काम, समस्या के चलते पनप रहा आक्रोश
लोगाें को आवागमन में हो रही गंभीर परेशानी, नगर निगम के अधिकारी व जनप्रतिनिधि निष्क्रिय, ठेका कंपनी जयंती सुपर द्वारा की जा रही मनमानी
कटनी। जगह-जगह दलदल, कहीं पर खाई तो कहीं पर घुटनाें से कीचड़, दलदल व मिट्टी से बचकर घर पहुंचने व बाहर निकलने की जद्दोजहद करते लोग…। यह नजारा इन दिनों शहर के कई प्रमुख मार्गों का है। इसकी मुख्य वजह है शहर में अमृत प्रोजेक्ट के तहत डाली गई सीवर लाइन। शहर में ड्रेनेज सिस्टम को ठीक करने के लिए सीवर लाइन का काम 2017 से चल रहा है, जो आज तक काम पूरा नहीं हो पाया है। शहर में हुई बारिश के कारण एक फिर हजाराें लोगों का जीवन नरकीय हो गया है। पहरुआ में साईं मंदिर के बाजू वाला मार्ग, अहमद नगर, रचना नगर, शिवाजी नगर, बालाजी नगर, मदन मोहन चौबे वार्ड, आइसीएच के बाजू वाला मार्ग, मोहन नगर सहित शहर के अन्य प्रमुख मार्गों का यही हाल है। सीवर लाइन डालने के बाद सड़क को जस का तस न बनाए जाने के कारण मार्ग दलदल में बदल गए हैं। बारिश ने ठेका कंपनी व नगर निगम द्वारा किए जाने वाले इंतजामाें की पोल खोलकर रख दी है।
पन्ना मोड़ से कृषि उपज मंडी मार्ग में साईं मंदिर के बाजू वाले प्रमुख मार्ग में सीवर लाइन एकदम धंस गई है, जिससे हादसे का अंदेशा बना हुआ है। यही हाल मॉडल रोड का भी है। लगभग दो माह से शहर में सीवर लाइन का काम बंद है, चुनाव होने के बाद भी ठेका कंपनी जयंती सुपर के द्वारा काम नहीं शुरू किया गया। इस पर ना तो नगर निगम के जनप्रतिनिधि ध्यान दे रहे और ना ही अफसर। सीवर लाइन के हुए खराब काम का दंश शहर की जनता भुगत रही है, जिसे प्रशासनिक अधिकारी भी नहीं ध्यान दे रहे।
यह है सीवर लाइन की स्थिति- शहर में अधूरे पड़े सीवर लाइन के काम को पूरा करने के लिए नगर निगम द्वारा गुजरात की कंपनी जयंती सुपर को काम दिया गया है। 31 मार्च 2023 को टेंडर हुआ है। टेंडर हुए आठ माह का वक्त बीत गया है, 18 माह में काम पूर्ण करके देना है। मई माह से शहर में प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है, 134 किलोमीटर की लाइन डालनी है, लेकिन अभी तक सिर्फ ठेका कंपनी ने महज 15 से 20 किलोमीटर की ही सीवर लाइन डाली है। जहां पर कंपनी ने काम किया है वहां पर सड़काें को खस्ताहाल छोड़ दिया गया है। सीमेंटीकरण व डामरीकरण नहीं किया गया, जिससे लोगाें का चलना दुश्वार हो गया है। बारिश होते ही पूरे में कीचड़ व दलदल की स्थिति निर्मित हो गई है।
यहां पर हुआ है काम- ठेका कंपनी के द्वारा 14 किलोमीटर लाइन डालने का काम जयप्रकाश वार्ड, महात्मा गांधी वार्ड, लाल बहादुर शास्त्री वार्ड, सावरकर वार्ड, माधवनगर, रामनिवास सिंह वार्ड, पाठक वार्ड में किया गया है। मई से अब तक महज 10 फीसदी भी काम नहीं हुआ है। ऐसे में 18 माह में काम पूरा होना फिर एक चुनौती बनकर सामने आएगी। उल्लेखनीय है कि 2017 में केके स्पन कंपनी को काम दिया गया था, लेकिन उसने समय-सीमा में काम नहीं किया, जिसके बाद उसे टर्मिनेट करते हुए नई कंपनी को काम दिया गया है। तीन सीवरलाइन ट्रीटमेंट प्लांट बनने हैं, इनमें से माधवनगर में 7.50 एमएलडी क्षमता वाले एसटीपी का काम शुरू किया गया है, जबकि कटायेघाट रोड व कुठला में भी एसटीपी बनाना है।
परेशान लोग करेंगे चक्काजाम
शहर के इंदिरा गांधी वार्ड स्थित छत्रपति शिवाजी नगर में सीवर लाइन निर्माण किए जाने के कारण रोड को नष्ट कर दी गई है, जिससे हम लोगों का रास्ता पूर्ण रूप से अवरोध हो गया है। लोगों का पैदल चलना दूभर हो गया है। लोग रोड खराब होने के कारण घरों में कैद होने विवश हैं। क्षेत्र के लोग समस्या को लेकर नगर निगम को जिम्मेदार मान रहे हैं। लोगाें ने चेतावनी दी है कि 24 घंटे के अंदर मरम्मत का कार्य नहीं किए जाने की स्थिति में 4 दिसंबर को मुख्य मार्ग पर चक्काजाम करने बाध्य होंगे।
सीवर लाइन का काम शहर में बंद है, जिसे शीघ्र चालू कराया जाएगा। काम तेजी से करने के लिए ठेकेदार को निर्देशित किया गया है। मतगणना के बाद सभी अधिकारी-कर्मचारी ध्यान देंगे। जहां पर सीवर लाइन धंस गई है या फिर अन्य कोई समस्या है उसे ठेकेदार से ठीक कराया जाएगा। शहर की अन्य खराब सड़कों के मरम्मत का भी कार्य होगा।
विनोद शुक्ला, आयुक्त ननि
- स्व. श्री विनोद कुमार बहरे