संतोष मिश्रा कटनी। कलेक्टर अवि प्रसाद ने किसान भाइयों से कहा है, कि किसानों को मांग के अनुरुप उर्वरक प्रदाय किया जायेगा। जिले में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध हैं।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने किसान भाइयों से आग्रह किया है कि वे उर्वरकों के संबंध में चिंता नहीं करें और न ही घबरायें। उर्वरकों की आपूर्ति निरंतर होती रहेगी।
जिले को शनिवार को 1500 मीट्रिक टन यूरिया प्राप्त हुई है। इस यूरिया में से 300 मीट्रिक टन कटनी डबल लॉक केंद्र, 200 मीट्रिक टन बहोरीबंद डबल लॉक केंद्र में और 250 मीट्रिक टन प्राथमिक सहकारी समितियों को, 50 मीट्रिक टन एमपी एग्रो तथा 700 मीट्रिक टन निजी संस्थाओं को उपलब्ध कराई जा रही है। इसके अलावा 1200 मीट्रिक टन यूरिया निजी विक्रेताओं के पास पहले से ही उपलब्ध है।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने किसानों से आग्रह किया है कि वह रबी बोनी के लिए अपने खेत को तैयार कर लें और जरूरत के हिसाब से यूरिया या अन्य आवश्यक उर्वरक खरीद लें।
21 निजी विक्रेताओं के पास भी है यूरिया
जिले के 21 निजी विक्रेताओं में प्रत्येक के पास 25 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है। इनमें नवीन इंटरप्राइजेज पिपराैंध, कृषक जागरण मण्डी शेड, देवेंद्र श्रीवास जुहला, अग्रवाल कृषि केंद्र बरही, रुचि ट्रेडर्स बरही, हरि कृषि केंद्र बड़वारा, किसान बाजार सीड सप्लाई बड़वारा, खेती-वाड़ी बीज भंडार बरही, मंजू बीज भंडार बरही, प्रशांत कृषि केंद्र स्लीमनाबाद, राज ट्रेडर्स बहोरीबंद, हनुमान बीज भंडार बहोरीबंद, रुद्र किसान केंद्र ढीमरखेड़ा, प्रथम केंद्र ट्रेडर्स ढीमरखेड़ा, विपिन जैन रीठी, अतुल चौरसिया बिलहरी और हरी सेवा कृषि केंद्र में 25-25 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है। इसी प्रकार विजयराघवगढ़ के हरी सेवा कृषि केंद्र, स्वयं हार्डवेयर, घनश्याम बीज भंडार एवं कन्हैया कृषि सेवा केंद्र तथा सिनगोड़ी के जगमोहन गुप्ता कृषि सेवा केंद्र में भी 25-25 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है।
उर्वरक की समस्या के निराकरण हेतु कंट्रोल रूम स्थापित
किसानों को उर्वरक एवं खाद प्राप्त करने में किसी प्रकार की असुविधा या समस्या होने पर जिला स्तरीय कंट्रोल रूम के मोबाइल नंबर 9174374736 पर संपर्क कर समाधान प्राप्त कर सकेंगे।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने निर्देशित किया है, कि सर्वर डाउन की समस्या होने पर किसानों को ऑफलाइन उर्वरक बिक्री की जाय। कृषकों को ऋण पुस्तिका और आधार कार्ड की मूल प्रति की जानकारी प्रविष्टि करानी होगी । इसके बाद दस्तावेज वापस कर दिए जायेंगे।
किसानों से आग्रह किया गया है, कि वे उर्वरकों के संबंध में चिंता नहीं करें और न ही घबरायें। किसानों को पर्याप्त उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
- स्व. श्री विनोद कुमार बहरे