सुरक्षा का ठेका लेकर खुदबुर्द कर दी 14 करोड़ की धान, दर्ज होगी एफआइआर

स्टेट वेयर हाउसिंग लॉजिस्टिक कार्पोरेशन ने चार थानों में एफआइआर दर्ज करने भेजा पत्र

कटनी. सरकारी उपज खरीदी के बाद उसके रखरखाव के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर बनवाए गए ओपन कैप में रखे अनाज की सुरक्षा का ठेका सरकार ने वर्ष 2020-21 में निजी कंपनी को दे दिया। कंपनी ने सरकार से रुपए लेने के बाद भी अनाज की सुरक्षा नहीं की और जिले में करीब 14 करोड़ की धान खुर्दबुर्द कर दी। लंबी जांच के बाद अब स्टेट वेयर हाऊसिंग लॉजिस्टिक कार्पोरेशन के अफसरों ने ठेका कंपनी मेसर्स गो-ग्रीन वेयरहाउसेज प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने पत्र भेजा है। कार्पोरेशन द्वारा जिले के बड़वारा, बहोरीबंद, रीठी व बरही थाना पुलिस को पत्र भेजे गए पत्र के बाद पुलिस ने कंपनी व कार्पोरेशन के बीच हुए अनुबंध के दस्तावेज सहित अन्य जानकारी मांगी है।


जानकारी के अनुसार बहोरीबंद, बड़वारा के मझगवां, रीठी के देवगांव व बरही ओपन कैब में धान भंडारित की गई थी। स्टेट वेयर हाऊसिंग लॉजिस्टिक कार्पोरेशन द्वारा ओपन केपों का संचालन निजी क्षेत्र के माध्यम से मेसर्स गो-ग्रीन वेयरहाउसेज प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया था। इसके लिए 23 नवंबर 2021 को अनुबंध किया गया। इस दौरान चारों ओपन कैप में 1 लाख 77 हजार 369 मेट्रिक टन धान की सुरक्षा का जिम्मा कंपनी को दिया गया। कंपनी को वैज्ञानिक तरीके से धान का रखरखाव कर इसे सुरक्षित करना था लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

ऐसे खराब हुई थी धान

जानकारी के अनुसार ओपन केपों में भंडारित धान को बारिश से बचाने के लिए तिरपाल आदि से सुरक्षित कराना था लेकिन सुरक्षा में लापरवाही हुई।जिससे धान बारिश में सड़ रही है। कई जगह तो धान में अंकुरण तक आ गया है। बारिश के कारण तीन स्थानों पर अधिक मात्रा में धान खराब हो रही है। बहोरीबंद ओपन कैब, मझगवां ओपन कैब (बड़वारा) और रीठी ओपन कैब में सबसे अधिक मात्रा में धान खराब हुई थी।
जांच में हुआ था धान खराब होने का खुलासा

जानकारी के अनुसार लगातार मिल रही शिकायतों के बाद स्टेट वेयर हाऊसिंग लॉजिस्टिक कार्पोरेशन द्वारा सितंबर- अक्टूबर 2022 में टीम का गठन कर जांच कराई गई। जांच में भारी मात्रा में धान खराब होना व भंडारित मात्रा से कम धान मौके पर मिलना सामने आया। ठेका कंपनी से 21 नवंबर 2022 को नोटिस जारी कर जवाब मांगा तो कंपनी ने खुद की लापरवाही होने से इंकार कर दिया। जिसके बाद विभाग द्वारा 13 अक्टूबर 2023 को कंपनी को पांच वर्षों के लिए ब्लैक लिस्टेट कर दिया गया।

इनका कहना
ओपन कैप में भंडारित धान का रखरखाव व सुरक्षा के लिए नियुक्त कंपनी मेसर्स गो-ग्रीन वेयरहाउसेज प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ एफआइआर दर्ज की जानी है। इसके लिए पुलिस को पत्र भेजा गया है। पुलिस द्वारा अनुबंध से संबंधित दस्तावेज मांगे गए है। ये दस्तावेज भोपाल कार्यालय से मिलते ही पुलिस को सौंपे जाएंगे, जिससे एफआइआर दर्ज हो सके।

योगेन्द्र सिंह सेंगर, जिला प्रबंधक, स्टेट वेयर हाऊसिंग लॉजिस्टिक कार्पोरेशन

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