शिकायत लेकर भटक रहे अनाज रखने वाले,रिपोर्ट तक नहीं लिख रही पुलिस
इसकी जवाबदारी वेयरहाउस संचालक की-इफको टोकियो बीमा कंपनी सर्वेयर
कटनी । कुठला थाना अन्तर्गत मधुर महादेव वेयर हाउस में 1.23 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला प्रकाश में आया था। जिसमें संचालक प्रेम शंकर राय की शिकायत पर पुलिस ने मैनेजर राजेश मोटवानी पर अमानत में खयानत का मामला कायम किया। उसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया, लेकिन इस मामले में दूसरा पक्ष वेयर हाउस में आनाज रखने वालों का है जो आज भी भटक रहे हैं, न तो उनकी ओर से शिकायत दर्ज की जा रही है और न ही आनाज दिलाया जा रहा है, जिसके चलते वे लगातार परेशान हैं। ज संबंधितों ने कलेक्टर, एसपी सहित गृह मंत्री तक को शिकायत पत्र भेजा है, जिसमें उन्होंने मैनेजर के साथ-साथ वेयर हाउस संचालक के ऊपर भी प्रकरण दर्ज करने की मांग की है।
दस लोगों ने की शिकायत
शिकायत में करीब दस लोगों ने बताया है। कि उनका आनाज वेयर हाउस में रखा था, जिसमें सरसो, चना, बटरी आदि थी आवेदन में बालकृष्ण बरसैया ने सरसो 46 बोरे, माधव सिंह ने चना 300 बोरे, संतोष कुमार पाठक चना 142 बोरे, रामकिशोर 139 बोरे चना, अवधेश कुमार पाठक चना 137 बोरे, नत्थू बर्मन बटरी 110 बोरे, राजभक्त 167 बोरे चना, नारायण सिंह 167 बोरे चना वेयर हाउस में रखने का जिक्र किया, जिसे संचालक द्वारा वापस नहीं किया गया है। जिसकी कुल कीमत 42 लाख से ज्यादा की बताई गई है।
इधर उधार का खेल
प्रकरण के शुरूआती दौर में वेयर हाउस संचालक ने आरोप लगाया था कि मैनेजर राजेश मोटवानी ने करीब 30 किसानों से उधार ले रखा है, उसके बदले संबंधितों को वेयर हाउस की पर्ची दे रखा है। जिसमें किसानों का स्टॉक होना बता दिया है, इसी आधार पर पुलिस ने मैनेजर पर धोखाधड़ी का मामला कायम किया। लेकिन, इधर आनाज रखने वालों का तर्क है कि संचालक अपने बचाव में ऐसा कर रहे हैं, मैनेजर के हर कृत्य की जानकारी उन्हे थी, पर्ची तक में उनके हस्ताक्षर हैं ऐसे में वे अपनी बात से पलट रहे हैं।
बीमा का जिक्र
वहीं दूसरी ओर संचालक ने कुछ अखबारों में इश्तहार दिया था कि वेयर हाउस में रखे हुए आनाज का बीमा है, जिनके पास पर्ची है, या अन्य दस्तावेज हैं वे कुठला थाने में पर्ची जमा करा दें, ताकि बीमा कंपनी जांच करते हुए उनका भुगतान कर सके।
लेकिन कल जब अनाज जमा कर्ता दस्तावेज लेकर पहुंचे तो उनसे लिखित शिकायत लेकर संतोषजनक जवाब नहीं मिला। मीडिया से चर्चा में इफको टोकियो कंपनी के सर्वेयर द्वारा कहा गया कि इसकी समस्त जवाबदारी वेयर हाउस संचालक की है, आप जिसे माल दे देंगे उसी से वापस लेंगे सिर्फ कहने से नहीं माना जाएगा कि इतने का नुकसान हो गया बीमा कराना अलग बात है उसे जस्टिफिकेशन करना कि, क्या नुकसान हुआ है, वैलिडिटी के वेरिफिकेशन के बाद तय होगा,बीमा कंपनी की क्या लायबिलिटीज बनती है या नहीं बनती है।
इसको भी शिकायतकर्ता संशय की दृष्टि से देख रहे हैं, वे कहते हैं कि जो पुलिस हमारी शिकायत नहीं ले रही वो किस तरह हमारी मदद करेगी, ये सवाल है?
इनका कहना है
जब वेयर हाउस में गड़बड़ी आई थी, तो इसकी शिकायत मैंने पुलिस में दर्ज कराई थी। जो लोग शिकायत कर रहे हैं, मैनेजर को उधार देने वाले लोग हैं, मेरे ऊपर आरोप निराधार हैं जिनका वेयर हाउस में अनाज जमा और रिकार्ड हैं,उन्हें बीमा कंपनी भुगतान करेगी।
- स्व. श्री विनोद कुमार बहरे