Video जवानों की मानवीय संवेदना की तश्वीर गर्भवती को खाट पर अस्पताल पहुंचाया वक्त पर मदद से बची जान

 

 

दन्तेवाड़ा – बस्तर के नक्सल प्रभावित जिलों में से एक दंतेवाड़ा जिले से सुरक्षा बल के जवानों की मानवीय संवेदना से जुड़ी कुछ तस्वीरें निकल कर आई है यह तस्वीरें और वीडियो दंतेवाड़ा के पत्रकार पंकज सिंह भदोरिया के जरिए प्राप्त हुई है दंतेवाड़ा के धुर नक्सल प्रभावित इलाके में सुरक्षा बल के जवानों ने गर्भवती को कावड़ पर रखकर अस्पताल पहुंचाकर मदद की है ।
          एक ओर जहां दंतेवाड़ा पुलिस लगातार नक्सलियों के विरूद्ध कार्यवाही कर रही है वहीं दूसरी ओर प्रदेश की भूपेश सरकार के नेतृत्व में लगातर विभिन्न अवसरों पर आम जनता की सहायता एवं सेवा करने से भी पीछे नहीं हट रही है। दंतेवाड़ पुलिस द्वारा विभिन्न अवसरों पर आम जनता तक पहुंचकर कभी चिकित्सा सेवा, कभी राशन कपडे़ और अन्य प्रकार से लगातार सहायता पहंुचा रही है।

जिले में अक्सर विकास विरोधी विचारधारा वाले नक्सलियों द्वारा आम जनता के लिय सबसे उपयोगी सड़कों को काट कर नुकसान पहुंचाया जाता है जिससे ग्रामीणों को आपातकाल में चिकित्सा की स्थिति में एंबुलंेस गांव तक नहीं पहुंच पाती, जिससे सही समय में अस्पताल नहीं पहुंच पाने के कारण कई बार आम जनता को जान गंवाने तक की नौबत आ जाती है। इसी प्रकार की एक घटना कारित करते हुए माओवादियों द्वारा ग्राम रेवाली की सड़क को कई जहग से काट दिया गया था जिससे वाहनों का आवागमन बाधित था। इसी बीच ग्राम रेवाली, पटेल पारा निवासी गर्भवती महिला कूर्म नंदे पति कूर्म देवा उम्र 35 वर्ष को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई और वो दर्द से तड़पने लगी।
परिवार वालों ने एंबुलेंस को फोन किया पर नक्सलियों द्वारा सड़क काट दिए जाने के कारण एंबुलेंस गांव तक नहीं पहंुच पा रही थी। महिला की स्थिति गंभीर होता देख उनके परिवार वाले गर्भवती महिला को खाट में लेकर अस्पताल हेतु रवाना हुए ही थे कि रास्ते में डीआरजी के जवानों ने महिला को खाट में उठाकर ले जाते हुए देखा। जवानों द्वारा तत्काल मानवता का परिचय देते हुए मौके से गर्भवती महिला को खाट में अपनें कंधांे पर उठाकर मुख्य मार्ग तक लाया गया एवं अपने गश्त वाहन में बैठाकर तत्काल पालनार स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया। स्वास्थ्य केन्द्र में महिला ने एक स्वस्थ बालक को जन्म दिया। डीआरजी द्वारा गर्भवती महिला को समय से अस्पताल पहुंचाने से महिला को समय पर चिकित्सा उपचार मिलने पर महिला और नवजात शिशु दोनों की जान बचाई जा सकी। महिला के परिवार व ग्रामीणों ने दंतेवाड़ा डीआरजी की सराहना करते हुए कहा कि मुश्किल की इस घड़ी में पुलिस ने उनकी मदद कर अस्पताल पहुंचाया जिससे महिला का प्रसव आसानी से करवाया जा सका और माता और बच्चे दोनों सकुशल है। उन्होनंे दंतेवाड़ा डीआरजी का बहुत बहुत आभार व्यक्त किया।

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