सुकमा – नक्सल मामलों में गिरफ्तार हो चुके निर्दोष आदिवासियों की रिहाई को लेकर कुछ आंकड़े सामने आए हैं यह आंकड़े सुकमा एसपी सुनील शर्मा ने जारी किए हैं जिसमें बताया गया कि सुकमा जिले भर में कुल 110 मामलों में 413 गिरफ्तार आदिवासियों के मामले न्यायालय के अधीन रहे है ।
सुकमा एसपी सुनील शर्मा ने बताया कि सुकमा जिले के 110 मामले न्यायालय के समक्ष पेंडिंग थे जिनमे 413 आदिवासी विभिन्न जेलों में कैद थे इसमे बहुत तीव्रता से सरकार की मंशानुरूप काम किया गया है । इसमे समिति गठित कर एसपी ओम चंदेल डीएसपी पारुल गर्ग की टीम ने काम किया है इसे गति देते हुए 9 माह के अंदर 40 प्रकरणों में कुल 146 आदिवासियों को दोषमुक्त पा कर जेल से रिहा कराया है । इसके अलावा मात्र 24 प्रकरण लंबित है जिन्हें अगले 3 माह के अंदर शून्य कराया जाएगा ये गति काफी तेज है और हम काफी संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रहे हैं ।
गौरतलब है कि सन 2006 में सलवा जुडूम के चालू होने के बाद सैकड़ों की संख्या में आदिवासी नक्सल मामलों में गिरफ्तार किए गए थे इनमें से कई ऐसे भी लोग थे जो कि वाकई में नक्सली संगठन के लिए काम नहीं करते थे और वह किसी न किसी मामले में कई कारणों से गिरफ्तार किए गए और सालों से जेल में बंद रहे लेकिन वर्तमान की भूपेश सरकार ने अपने घोषणा पत्र में ऐलान के साथ इस पूरे प्रकरण पर काम शुरू किया हालांकि इन सब का फैसला न्यायालय में है और पूरी जांच के बाद ही जिन आदिवासियों को जांच में न्यायालय दोषमुक्त पा रही है उनकी रिहाई हो रही इसी क्रम में सुकमा जिले के भी 413 वह आदिवासी हैं जिन का फैसला अदालत कर रही इनमें से कई का फैसला भी हो चुका और उनकी रिहाई भी हो चुकी #bastartribals#tribals#tribalsarrest#arrestedtribals #cgnews#bastarnews#sukma#bastarlistener#जेलमेबन्दआदिवासियोंकीरिहाई#बस्तरआआदिवासी
- स्व. श्री विनोद कुमार बहरे